क्रेडिट कार्ड क्‍या होता है | Credit Card Kya Hota Hai

credit card kya hota hai: वर्तमान समय में विभिन्न कंपनियों सरकारी बैंकों तथा गैर सरकारी बैंकों द्वारा सभी को क्रेडिट कार्ड प्रदान किए जा रहे हैं व्यक्ति एक बार क्रेडिट कार्ड ले तो लेता है लेकिन उसके उपयोग होने के बाद उसका बिल पेमेंट करना चाहता है तो वह पेमेंट अपने कैसे कर सकते हैं जिसमें अपने को पेमेंट करने पर भी फायदा हो l सरकारी बैंक के सरकारी बैंकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले क्रेडिट कार्ड वीजा , रुपे तथा मास्टरकार्ड के होते हैं  l

सभी बैंकों का बिलिंग साइकिल अलग-अलग होता है हमारे में एक बार बिल जारी किया जाता है बिल जारी करने की लगभग 15 दिन बाद बिल भरने की अंतिम तिथि होती है l अंतिम तिथि तक या अंतिम तिथि से पूर्व ग्राहक को क्रेडिट कार्ड का बिल भरना अनिवार्य होता है अगर अंतिम तिथि से पूरा हो गया अंतिम तिथि तक रहे अगर अपना बिल भुगतान नहीं कर पाता है तो बैंक द्वारा उसमें बहुत ज्यादा पेनल्टी लगाई जा सकती है  l

पेनल्टी की राशि बिल में जुड़ती जाती है पेनल्टी लगने के कारण ग्राहक का सिबिल स्कोर डाउन होता चला जाता है जो वर्तमान में बैंकिंग सेवाओं का लाभ लेने के लिए एक महत्वपूर्ण बिंदु माना जाता है जिस ग्राहक का civil score डाउन होता है l जिस ग्राहक की सिविल स्कोर डाउन होती है उसे भविष्य में कोई भी लोन या क्रेडिट कार्ड मिलने की संभावना खत्म होती चली जाती है l

क्रेडिट कार्ड क्‍या होता है (credit card kya hota hai)

बैंकों द्वारा जारी किए जाने वाले कार्ड मुख्यतः 3 तरह के होते हैं जिनमें 1. डेबिट कार्ड  2. क्रेडिट कार्ड  3. प्रीपेड कार्ड l

  1. डेबिट कार्ड :- सामान्यतः डेबिट कार्ड को नॉर्मल भाषा में एटीएम के नाम से भी जाना जाता है l डेबिट कार्ड प्रत्येक ग्राहक को बैंक द्वारा जारी किया जा सकता है l जिस ग्राहक का बैंक में खाता है वह अपने बैंक खाते से डेबिट कार्ड प्राप्त कर सकता है l डेबिट कार्ड से पैसे निकाल सकते हैं , ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर सकते हैं l डेबिट कार्ड से कटने वाले रुपए ग्राहक के खाते में से कटते हैं अर्थात डेबिट कार्ड को यूज़ करने के लिए ग्राहक के बैंक खाते में रुपए होने आवश्यक है l
  2. क्रेडिट कार्ड :- यह कार्ड बैंक के सभी ग्राहकों के लिए उपलब्ध नहीं होता है इस कार्ड के लिए ग्राहक का सिविल स्कोर 750 से ऊपर होना चाहिए या ग्राहक अपने खाते में फिक्स्ड डिपाजिट ( FD ) करवाकर भी क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकता है l क्रेडिट कार्ड का उपयोग ग्राहक लगभग ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने के लिए ही करता है , जैसे किसी भी वेबसाइट पर ऑनलाइन शॉपिंग , किसी बिल का भुगतान करना , ईएमआई करना इत्यादि l क्रेडिट कार्ड की लिमिट बैंक द्वारा ग्राहकों प्रदान की जाती है यह लिमिट प्रत्येक ग्राहक की अलग-अलग होती है  l समय पर भुगतान हो जाने के बाद ग्राहक की लिमिट बैंक द्वारा बढ़ा दी जाती है  l बैंक द्वारा जारी की गई इस लिमिट का उपयोग ग्राहक 50 दिन तक बिना किसी ब्याज के कर सकता है l क्रेडिट कार्ड के उपयोग करने पर बैंक द्वारा ग्राहक को reward पॉइंट तथा कैशबैक भी दिए जाते हैं जिनका उपयोग ग्राहक द्वारा अन्य शॉपिंग तथा अपने बिल भुगतान भी किया जा सकता है l
  3. प्रीपेड कार्ड :- यह कार्ड बैंक द्वारा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से जारी किया जाता है l इस कार्ड का निर्माण बैंको द्वारा मुख्यत: उन ग्राहकों के लिए जिनके बच्चों की उम्र 18 साल से कम है तथा बैंक द्वारा उन्हें डेबिट या क्रेडिट कार्ड नहीं दिया जा सकता l प्रीपेड कार्ड 1 ऐसा कार्ड है जिसमें balance load किया जाता है और उसका उपयोग किया जाता है l अलग अलग बैंको के प्रीपेड कार्ड पर अलग अलग स्कीम होती है l प्रीपेड कार्ड में बैलेंस load करने की प्रति माह की लिमिट होती है जो प्रत्येक बैंक की अलग अलग हो सकती है l

क्रेडिट कार्ड के फायदे (Benifits of Credit Card)

 क्रेडिट कार्ड पर बैंकों द्वारा विभिन्न फायदे उपलब्ध कराए जाते हैं बैंकों द्वारा विभिन्न वेबसाइटों पर क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किए जाने वाले  ट्रांजैक्शन पर विभिन्न प्रकार के रिवॉर्डज प्वाइंट व कैश back की सुविधा प्रदान की जाती है l क्रेडिट कार्ड का जो पैसा अपने यूज करते हैं वह पैसा अपने को क्रेडिट कार्ड में 50 दिन के टाइम पीरियड में जमा करवाना होता है l

50 दिन के समय में बैंक द्वारा हमारे ऊपर कोई भी चार्ज या ब्याज नहीं लगाया जाता है l अलग-अलग बैंकों के क्रेडिट कार्ड में यह सीमा अलग-अलग हो सकती है इसका क्रेडिट कार्ड के टर्म एंड कंडीशन में पूरा विवरण दिया होता है l क्रेडिट कार्ड लेने से पहले बैंक द्वारा जारी किए गए टर्म एंड कंडीशन का पूरा अध्ययन ग्राहक को अवश्य कर लेना चाहिए l

क्रेडिट कार्ड किसको लेना चाहिये (Who Should Get a Credit Card)

क्रेडिट कार्ड मुख्य रूप से उन व्यक्तियों को लेना चाहिए जो रोजाना कुछ न कुछ ट्रांजैक्शन करते रहते हैं  या जिनका बिज़नेस चल रहा हो l जैसे  वे दुकानदार जिनकी रोजाना ऑनलाइन ट्रांजैक्शन होती हो जिसमें csc , emitra , तथा अन्य ऑनलाइन आवेदन करने वाले दुकानदार क्रेडिट कार्ड अप्लाई कर सकते हैं l

क्योंकि इनके पास ट्रांजैक्शन में जो पैसा खर्च हुआ है वह पैसा नगद रूप में होता है और यह अपना क्रेडिट कार्ड का बिल आसानी से भर सकते हैं अन्य व्यक्ति जो कुछ कार्य नहीं कर रहा हूं उसके पास में अचानक बिल भरने हेतु पर्याप्त बैलेंस नहीं होता है जिसके कारण क्रेडिट कार्ड द्वारा उसके कार्ड में चार्ज या पेनल्टी लगाया जाता है l

क्रेडिट कार्ड किसको नहीं लेना चाहिए Who Should not take a credit card

बैंकों द्वारा अपना टारगेट पूरा करने के लिए किसी भी ग्राहक को क्रेडिट कार्ड प्रदान किया जा सकता है चाहे उसका सिविल score थोड़ा कम ही क्यों न हो , लेकिन ग्राहकों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अगर वह कोई भी स्थायी या अस्थाई नौकरी या कार्य न करता हो तो क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई नहीं करें

क्योंकि विभिन्न साइटों पर भ्रामक प्रचार किए जाते हैं जिसके चंगुल में फंसकर हम अपने क्रेडिट कार्ड से ट्रांजैक्शन कर बैठते हैं लेकिन जब क्रेडिट कार्ड का बिल आता है तब हमारे पास बिल भरने के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध नहीं होती है और बैंक द्वारा उस समय हमारे क्रेडिट कार्ड पर विभिन्न प्रकार के चार्ज और पेनल्टी लगाई जा सकती है  l

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सुनील कुमार

मेरा नाम सुनील कुमार है और मैं इस ब्लॉग का लेखक हूँ| मैं इस ब्लॉग पर सभी सरकारी और प्राइवेट जॉब वैकेंसीज और सरकारी योजना के बारे में हर रोज नए अपडेट देता रहता हूँ|

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